बहराइच. उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के महाराजगंज कस्बे में पिछले महीने दुर्गा प्रतिमा विसर्जन शोभाात्रा के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा के कथित मुख्य साजिशकर्ता को पुलिस ने बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मुताबिक घटना के बाद आरोपी खुर्शीद अहमद नेपाल भाग गया था और बृहस्पतिवार सुबह भारत लौटने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) दुर्गा प्रसाद तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ” 13 अक्टूबर को महाराजगंज कस्बे में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा के दौरान पूर्व नियोजित साजिश के तहत राम गोपाल मिश्रा नामक युवक की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद इलाके में आगजनी, लूटपाट और तोड़फोड़ की गई.” उन्होंने कहा, ”खुर्शीद अहमद और उसके साथियों ने डीजे रोककर शोभायात्रा में बाधा डाली, जिससे तनाव पैदा हुआ और हिंसा भड़क उठी. इसी दौरान मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई.” तिवारी ने कहा कि पिछली घटनाओं से पता चला है कि अहमद और उसके साथियों ने इलाके में गणेश प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा में बाधा डालने की कोशिश की थी.
उन्होंने कहा, ”यह स्पष्ट है कि उसने दुर्गा विसर्जन शोभायात्रा को भी निशाना बनाने की योजना बनाई थी और नेपाल भागने से पहले उसने अपने साथियों के साथ मिलकर हमला किया. उसके भारत लौटने पर हमारी टीमों ने तुरंत कार्रवाई की और उसे गिरफ्त में ले लिया.” अधिकारी ने कहा कि अहमद को अब अदालत में पेश किया जाएगा. पुलिस ने इससे पहले रविवार को एक अन्य मुख्य साजिशकर्ता शकील को गिरफ्तार किया था. महाराजगंज हिंसा के सिलसिले में दोनों पक्षों के कुल 122 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने तीन अन्य संदिग्धों सैफ अली, जावेद और शोएब की गिरफ्तारी में मदद के लिए सूचना देने पर 10 हजार रुपये के नकद ईनाम की घोषणा की है, जो अब भी फरार हैं. बहराइच पुलिस ने हिंसा के मामले में लगभग 15 मामले दर्ज किये हैं.