वाशिंगटन. अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) या डीओजीई का नेतृत्व करेंगे.
ट्रंप ने घोषणा की, ”मुझे यह एलान करते हुए खुशी हो रही है कि एलन मस्क, अमेरिकी देशभक्त विवेक रामास्वामी के साथ मिलकर ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (डीओजीई) का नेतृत्व करेंगे.” रामास्वामी अगले साल 20 जनवरी से प्रभावी हो रहे ट्रंप प्रशासन में किसी पद पर नियुक्त किए जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं.
ट्रंप ने कहा, ”ये दोनों एक साथ मिलकर मेरे प्रशासन के लिए सरकारी नौकरशाही को खत्म करने, अतिरिक्त नियमों को कम करने, व्यर्थ व्यय में कटौती करने और संघीय एजेंसियों के पुनर्गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे, जो ‘अमेरिका बचाओ आंदोलन’ के लिए आवश्यक है.” उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से डीओजीई का सपना देखा है. ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ सरकार को बाहर से सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करेगा तथा बड़े पैमाने पर संरचनात्मक सुधार लाने के लिए व्हाइट हाउस और प्रबंधन एवं बजट कार्यालय के साथ साझेदारी करेगा तथा सरकार में ऐसा उद्यमशील दृष्टिकोण पैदा करेगा जो पहले कभी नहीं देखा होगा.
ट्रंप बाइडन से मिलने के लिए वाशिंगटन पहुंचे
डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद के चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद वाशिंगटन पहुंचे हैं. अगले राष्ट्रपति का विमान बुधवार सुबह मैरीलैंड के ज्वाइंट बेस एंड्रयूज पर उतरा. राष्ट्रपति जो बाइडन ट्रंप ओवल ऑफिस के दौरे के लिए व्हाइट हाउस में उनका स्वागत करेंगे. यह सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण का एक पारंपरिक हिस्सा है. हालांकि चार साल पहले ट्रंप ने स्वयं इसमें भाग लेने से इनकार कर दिया था. ट्रंप की योजना कांग्रेस (संसद) के रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों से मिलने की भी है, क्योंकि वे उनकी शीर्ष प्राथमिकताओं पर ध्यान के्द्रिरत करेंगे तथा देश की राजधानी में रिपब्लिकन पार्टी की जीत के साथ संभावित एकीकृत सरकार बनाने की तैयारी करेंगे.
प्रतिनिधि टॉम एम्मर ने ‘फॉक्स न्यूज’ के ह्लफॉक्स एंड फ्रेंड्सह्व पर कहा, ह्ल मुझे उम्मीद है कि वह आज एक शानदार संदेश देंगे, जो सभी को जनवरी में होने वाली घटनाओं के लिए तैयार कर देगा.ह्व एक असामान्य कदम के तहत, ट्रंप के साथ अरबपति एलन मस्क भी इस यात्रा पर थे. टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ के व्हाइट हाउस में होने वाली बैठक में शामिल होने की फिलहाल उम्मीद नहीं है, लेकिन वह प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों के साथ ट्रंप की बैठक में शामिल होंगे. ट्रंप ने मंगलवार को एलन मस्क को’डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) का काम सौंपा है.
प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन ने कहा कि रिपब्लिक पार्टी के सदस्य ट्रंप के ह्लअमेरिका फर्स्टह्व एजेंडे को पूरा करने के लिए तैयार हैं. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा कि बाइडन यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि यह सत्ता परिवर्तन प्रभावी और कुशल हो और वह ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह आदर्श है. बाइडन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने भी इस भावना को दोहराया और कहा कि प्रशासन एक राष्ट्रपति से दूसरे राष्ट्रपति को जिम्मेदारी सौंपने की प्रक्रिया को बनाए रखेगा, जो हमारे देश की सर्वश्रेष्ठ परंपरा है. बुधवार की यात्रा महज एक शिष्टाचार भेंट से कहीं अधिक है.
विवेक रामास्वामी: सफल उद्यमी से लेकर राष्ट्रपति बनने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप की पसंद बनने तक का सफर
भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी का उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल थे लेकिन बाद में उन्होंने अपनी दावेदारी वापस ले ली और डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन करने का निर्णय लिया. प्राइमरी में खराब प्रदर्शन के बाद रामास्वामी ने जनवरी में अपनी दावेदारी छोड़ने और ट्रंप का समर्थन करने का फैसला किया.
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज कर चुके डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को टेस्ला के मालिक एलन मस्क और भारतीय-अमेरिकी उद्यमी विवेक रामास्वामी को ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (सरकारी दक्षता विभाग) का काम सौंपा है. भारतीय प्रवासी के 39 वर्षीय पुत्र रामास्वामी पहले भारतीय-अमेरिकी हैं जिन्हें ट्रंप ने अपने प्रशासन में शामिल किया है.
रामास्वामी अगले साल 20 जनवरी से प्रभावी हो रहे ट्रंप प्रशासन में किसी पद पर नियुक्त किए जाने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं.
ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि मस्क और रामास्वामी सरकारी दक्षता विभाग या डीओजीई का नेतृत्व करेंगे, जिसका उद्देश्य शासन में सुधार लाना और फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाना है. जाने-माने उद्यमी रामास्वामी ने राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी पेश की थी लेकिन प्राइमरी में खराब प्रदर्शन के बाद, रामास्वामी ने जनवरी में अपनी दावेदारी समाप्त करने और ट्रंप का समर्थन करने का निर्णय लिया था.
रामास्वामी ने ‘एक्स’ पर घोषणा की थी कि वह अपना प्रचार अभियान स्थगित कर रहे हैं और ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा था, ”मैं यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करूंगा कि वह (ट्रंप) अगले अमेरिकी राष्ट्रपति बनें. मुझे इस टीम और हमारे देश पर बहुत गर्व है.” उनके पिता वी गणपति रामास्वामी पेश से इंजीनियर हैं, जबकि उनकी माता गीता रामास्वामी मनोचिकित्सक हैं. उनके माता-पिता केरल से अमेरिका चले गए थे. सिनसिनाटी, ओहियो में जन्मे और पले-बढ़े, भारतीय मूल के उद्यमी राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी थे. उन्होंने हार्वर्ड से जीव विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने अपनी खुद की बायोटेक कंपनी, ‘रोइवेंट साइंसेज’ शुरू की.
बायोटेक उद्यमी की शादी अपूर्वा से हुई है, जो गले की सर्जन हैं और ओहियो स्टेट यूनिर्विसटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर में सहायक प्रोफेसर हैं. वे कोलंबस, ओहियो में रहते हैं और उनके दो बेटे हैं. ट्रंप ने कहा कि रिपब्लिकन नेताओं ने लंबे समय से डीओजीई का सपना देखा है. ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ सरकार को बाहर से सलाह और मार्गदर्शन प्रदान करेगा तथा बड़े पैमाने पर संरचनात्मक सुधार लाने के लिए व्हाइट हाउस और प्रबंधन एवं बजट कार्यालय के साथ साझेदारी करेगा तथा सरकार में ऐसा उद्यमशील दृष्टिकोण पैदा करेगा जो पहले कभी नहीं देखा गया होगा. उन्होंने कहा, ”मुझे आशा है कि एलन मस्क और विवेक रामास्वामी संघीय नौकरशाही में कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए बदलाव करेंगे और साथ ही सभी अमेरिकियों के जीवन को बेहतर बनाएंगे.”