बिहार में आज शाम 5 बजे से उपचुनाव के प्रचार-प्रसार पर लग जाएगा रोक…

बिहार: बिहार में चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए आज सोमवार (11 नवंबर) को शाम 5 बजे प्रचार-प्रसार का शोर थम जाएगा. उपचुनाव के लिए 13 नवंबर बुधवार को वोटिंग होनी है. बता दें कि राज्य की बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने हैं. एनडीए और महागठबंधन के अलावा जन सुराज के आने से इस बार त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है. ऐसे में सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है.

बेलागंज में सबसे अधिक 14 उम्मीदवार

इन चार निर्वाचन क्षेत्रों में से गया जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में डटे हुए हैं. वहीं, रामगढ़ से सबसे कम 5 उम्मीदवार मैदान में हैं. जबकि तरारी विधानसभा में 10 उम्मीदवार और इमामगंज सीट पर 9 प्रत्याशी मैदान में हैं. वहीं, इनके अलावा कई निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं. बता दें कि 13 नवंबर को चुनाव होने के 10 दिन बाद 23 नवंबर को मतगणना के बाद चुनाव का परिणाम सामने आएगा.

रामगढ़ सीट पर राजद और बीजेपी के बीच टक्कर

रामगढ़ सीट की बात करे तो यहां से राजद ने प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे अजित सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. अजित सिंह के बड़े भाई सुधाकर सिंह के लोकसभा चुनाव में बक्सर से सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी. वहीं, बीजेपी ने यहां से पूर्व विधायक अशोक सिंह को मैदान में दोनों को उतारा है. दोनों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. वहीं, जनसुराज ने यहां से सुशील कुमार कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है.

तरारी सीट पर इनके बीच मुकाबला

तरारी विधानसभा सीट की बात करें तो महागठबंधन की ओर से यह सीट सीपीआई (एमएल) के खाते में आई है. सीपीआई (एमएल) ने यहां से राजू यादव को उम्मीदवार बनाया है. यह सीट सीपीआई (एमएल) के कब्जे में रही है. वहीं, बीजेपी ने यहां से सुनील पांडेय के बेटे विशाल प्रशांत को उम्मीदवार बनाया है. जबकि, जनसुराज की ओर से यहां से किरण देवी अपना किस्मत आजमा रही हैं.

इमामगंज सीट से दीपा मांझी मैदान में

इमामगंज सीट की बात करें तो यह सीट एनडीए के साथी हम के पास गई है. यहां से हम ने केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की बहू दीपा मांझी को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, राजद ने यहां से राकेश रौशन को अपना उम्मीदवार बनाया है. जबकि प्रशांत किशोर की जनसुराज ने मोहम्मद अमजद को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है. बता दें कि जीतनराम मांझी के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई थी. इस सीट पर हम का कब्जा रहा है.

बेलागंज सीट पर रहा है राजद का दबदबा

बेलागंज की बात करें तो बेलागंज में करीब तीन दशक से राजद का कब्जा रहा है. राजद विधायक सुरेंद्र यादव के सांसद बनने के बाद बेलागंज सीट खाली हुई है, जिसके बाद हो रहे उपचुनाव के लिए राजद ने सुरेंद्र यादव के बेटे विश्वनाथ यादव को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, एनडीए की ओर से यह सीट जदयू के खाते में हैं. जदयू ने इस सीट से मनोरमा देवी को उम्मीदवार बनाया हैं. जबकि, जनसुराज ने बेलागंज से खिलाफत हुसैन को टिकट दिया है.

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