चक्रधरपुर. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा कि झामुमो का ‘जल, जंगल और जमीन’ तथा मूल निवासियों एवं आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करने का लंबा इतिहास है. सोरेन ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले पांच वर्षों में उनकी सरकार के प्रयास इन अधिकारों को प्रभावी तरीके से लागू करने के प्रति लक्षित रहे.
मुख्यमंत्री ने पश्चिम सिंहूभूम जिले के चक्रधरपुर निर्वाचन क्षेत्र में स्थित चार मोड़ मैदान में पार्टी उम्मीदवार सुखराम उरांव के समर्थन में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”हमारी सरकार ने यहां के लोगों की समस्याओं का संज्ञान लिया.” उन्होंने अपनी सरकार के कार्यक्रम ”आपकी सरकार, आपके द्वार” के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ”इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी अधिकारी घर-घर जाएं और दूरदराज के गांवों में लोगों की समस्याओं का समाधान करें, यहां तक कि दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए शिविर भी लगाएं.” सोरेन ने दावा किया, ”हमने कोल्हान क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए, जिसके अंतर्गत पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम तथा सरायकेला-खरसावां जिले आते हैं.”
उन्होंने लोगों से कहा, ”हमारी सरकार रांची से नहीं, बल्कि गांवों से काम करेगी.” झामुमो नेता ने झारखंड में सत्ता में अधिकांश समय तक काबिज रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर निशाना साधते हुए कहा, ”कमल (भाजपा का चुनाव चिह्न) और ‘डबल इंजन’ की सरकार ने राज्य को गरीब बना दिया और पिछड़ेपन की ओर धकेल दिया. लेकिन, हमारी सरकार ने राज्य को इस दलदल से बाहर निकाला है और इसे विकास के पथ पर वापस लाया.”
मुख्यमंत्री ने कहा, ”राज्य के लोग बहुत गरीब हैं. उन्हें अपने बच्चों की स्कूल फीस भरने या बिजली का बिल चुकाने के लिए अपने गहने गिरवी रखने पड़े या बेचने पड़े. लेकिन हमारी सरकार ने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करके उनके बोझ को कम किया है.” सोरेन ने चुनाव प्रचार के लिए देश भर से नेताओं को लाने को लेकर भाजपा की आलोचना करते हुए कहा, ”वरिष्ठ भाजपा नेता गिद्धों की तरह 50-60 हेलीकॉप्टर में उड़ रहे हैं.”
उन्होंने लोगों को आगाह करते हुए कहा, ”उनके जहर से सावधान रहें. ये धोखेबाज झूठे वादे करने यहां आते हैं. वे पार्टी को तोड़ने, आपके घरों, समुदायों और राज्य को नष्ट करने की कोशिश करेंगे. ऐसी ताकतों से सावधान रहें.” झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन ने हो, मुंडा, संथाल, खारिया जनजातियों के कुछ समुदाय के नेताओं पर भी निशाना साधा और उन पर भाजपा के एजेंट बनने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ”वे भाजपा के झंडे लेकर चलते हैं और समाज को बांटते हैं.”