कुड्डालोर: तमिलनाडु के तिरुपुर में एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर 23 साल पहले कुड्डालोर जिले के पनरुति में अवैध शराब कारोबारियों को मेथनॉल की आपूर्ति करने का संदेह है। तब इसी शराब त्रासदी के चलते 53 लोगों की जान चली गई थी। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उसने बताया कि अब 58 साल का हो चुका यह व्यक्ति दो दशक से अधिक समय से पुलिस की गिरफ्त से बच रहा था और वह तिरुपुर में किराने की एक दुकान खोलकर वहीं बस गया था। एक अधिकारी ने बताया कि कई सालों तक उसके ठिकाने का पता नहीं चल सका लेकिन बाद में जिला पुलिस को उसके रिश्तेदारों द्वारा उसे की जाने वाली मोबाइल फोन कॉल के माध्यम से उसका ठिकाना तिरुपुर में होने का पता लगा। फिर पुलिस ने बृहस्पतिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।
बताया जाता है कि नवंबर 2001 में इसी संदिग्ध ने पनरुति अवैध शराब कारोबारियों को मेथनॉल की आपूर्ति की थी जिसके बाद वहां शराब त्रासदी हुई थी। शराब पीने के बाद कई लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गयी थी।
इस घटना के बाद पुलिस ने 21 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनमें से 12 की सुनवाई के दौरान मौत हो गयी। सुनवाई अब भी जारी है। इस संदिग्ध का पता लगाना मुश्किल हो गया था क्योंकि उसने अपना नाम बदल लिया था। एक अधिकारी के अनुसार पुडुपेट्टाई के पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में एक दल ने उसे गिरफ्तार किया।