मुंबई: सिंगापुर के गृह एवं विधि मंत्री के. षणमुगम ने शुक्रवार को कहा कि टाटा संस अपनी सेमीकंडक्टर योजनाओं के लिए सिंगापुर को ‘‘प्रमुख साझेदार’’ के रूप में चुनेगी। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के साथ बैठक के बाद षणमुगम ने पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में सेमीकंडक्टर को लेकर गहन चर्चा हुई।
षणमुगम ने कहा, ‘‘ यदि वे (टाटा) चाहें तो दुनिया में किसी के साथ भी व्यापार कर सकते हैं। ऐसा नहीं है कि उन्हें सिंगापुर में ही व्यापार करना है, लेकिन मुझे लगता है कि वे सिंगापुर को एक प्रमुख साझेदार के रूप में चुनेंगे, न केवल साझेदार के रूप में बल्कि एक प्रमुख साझेदार के रूप में..।’’ षणमुगम जनशक्ति मंत्री तथा व्यापार एवं उद्योग विभाग के कनिष्ठ मंत्री तान सी लैंग के साथ देश की वित्तीय राजधानी की एक दिन की यात्रा पर हैं।
उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देश अंतरराष्ट्रीय सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए विश्वसनीय स्थान है। टाटा समूह पांच दशक से अधिक समय से सिंगापुर में मौजूद है। मंत्री ने कहा कि सिंगापुर या वहां स्थित इकाइयों की वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर उपकरण उत्पादन में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
गौरतलब है कि टाटा समूह की सेमीकंडक्टर विनिर्माण के क्षेत्र में कई महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं, जिसमें गुजरात में एक संयंत्र के लिए 91,000 करोड़ रुपये और असम में एक अन्य संयंत्र के लिए 27,000 करोड़ रुपये का निवेश शामिल है। इस उद्यम के लिए उसने ताइवान की पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चंिरग कॉरपोरेशन (पीएसएमसी) के साथ साझेदारी की है।
नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बी. वी. आर सुब्रह्मण्यम के भारत से अपने रुख पर पुर्निवचार करने और 15 देशों के क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) में शामिल होने के आह्वान के बारे में पूछे जाने पर षणमुगम ने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि भारत ने 2019 में साझेदारी में शामिल होने के लिए वार्ता से बाहर निकलने के कई कारण बताए थे। उनमें व्यापक आर्थिक तथा राजनीतिक दोनों मुद्दे शामिल थे और अब उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है कि उनसे निपटा गया या नहीं।
मंत्री ने कहा कि अमेरिकी चुनाव के परिणाम से द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार व्यवस्थाओं में वृद्धि हो सकती है।
सिंगापुर के दोनों मंत्री शाम को सिंगापुर के ऋणदाता डीबीएस के वर्षगांठ समारोह में हिस्सा लेंगे। सिंगापुर की निवेश शाखा टेमासेक द्वारा आयोजित दोपहर के भोज में भी वे शामिल होंगे।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक बैठक में वे उद्योग जगत के दिग्गजों जमशेद गोदरेज, जिया मोदी, नौशाद फोर्ब्स, आर. मुकुंदन और सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी से भी बातचीत करेंगे।