मार्चुला. उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार को एक बस के गहरी खाई में गिर जाने से 36 यात्रियों की मौत हो गई और 24 अन्य घायल हो गए. घायलों में चार की स्थिति गंभीर बनी हुई है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि घटना के वक्त 43 सीट वाली बस में 60 से ज्यादा लोग सवार थे. गढ़वाल मोटर ओनर्स एसोसिएशन द्वारा संचालित बस गढ़वाल क्षेत्र में पौड़ी से लगभग 250 किलोमीटर दूर कुमाऊं में रामनगर जा रही थी.
जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडे ने बताया कि यह दुर्घटना सुबह करीब आठ बजे हुई. उन्होंने बताया कि बस अपने गंतव्य रामनगर से सिर्फ 35 किलोमीटर दूर थी जब यह अल्मोड़ा के मार्चुला क्षेत्र में 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई. दुर्घटनास्थल से प्राप्त फोटो हादसे की भयावहता को दर्शाते हैं. वाहन जंगल से घिरे इलाके में चट्टानी ढलान से लुढ़कते हुए क्षतिग्रस्त हो गया और एक नाले से कुछ ही दूरी पर रुक गया. कुछ तस्वीरों में बचावकर्मी यात्रियों को बस से बाहर निकालने का प्रयास करते दिखे. बचाव अभियान करीब पांच घंटे तक चला.
दुर्घटना में जांन गंवाने वालों में 10 महिलाएं हैं. 28 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई तथा आठ लोगों ने रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय, रामनगर में दम तोड़ दिया. दुर्घटना के बाद पौड़ी एवं अल्मोड़ा के सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और मामले में मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए गए हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”अल्मोड़ा, उत्तराखंड में एक सड़क दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित कई लोगों की मृत्यु का समाचार हृदय विदारक है. मैं शोकसंतप्त परिवारों के प्रति गहन संवेदनाएं व्यक्त करती हूं तथा घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत अन्य नेताओं ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की.
प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के हरसंभव प्रयास में जुटा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये तथा घायलों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
धामी ने आज नयी दिल्ली के अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए और रामनगर पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की. पौड़ी के सांसद अनिल बलूनी भी उनके साथ थे. नैनीताल के सांसद अजय भट्ट ने भी रामनगर के अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. अल्मोड़ा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी विनीत पाल ने बताया कि घायलों को सबसे पहले रामनगर में नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से छह लोगों को विमान से अखिल भारतीय आयुर्वज्ञिान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश और दो को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया.
पाल के मुताबिक, घटना के वक्त 43 सीट वाली बस में 62 लोग सवार थे. उन्होंने बताया कि बस में क्षमता से अधिक यात्रियों का होना दुर्घटना का कारण हो सकता है. उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने भी बस में क्षमता से अधिक यात्री होने को दुर्घटना के संभावित कारण के रूप में खारिज नहीं किया. उन्होंने कहा कि अक्सर इन वजहों से ऐसी घटनाएं होती हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि दुर्घटना का सही कारण मजिस्ट्रेट जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा. रामनगर के अस्पताल में डॉक्टर, नर्स और चिकित्सा कर्मी पूरी तत्परता से घायलों का इलाज करने में जुटे रहे.
एम्स ऋषिकेश के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराए गए लोगों में से सिर्फ एक ही व्यक्ति बोलने और अपना नाम बताने की स्थिति में था. संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) संदीप कुमार ने बताया, ”उसने अपना नाम अशोक कुमार बताया. बाकी सभी को अज्ञात के तौर पर दर्ज किया गया है.” उन्होंने बताया कि एम्स, ऋषिकेश से एक डॉक्टर एयर एंबुलेंस से घटनास्थल पर गए, ताकि यह देखा जा सके कि और मदद की जरूरत है या नहीं.
मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी घायलों के स्वास्थ्य की स्थिति जानने के लिए एम्स गए. पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के कर्मी तलाश एवं बचाव अभियान शुरू करने के लिए तत्काल घटनास्थल पर पहुंचे. एक अधिकारी ने बताया कि गढ़वाल मोटर ओनर्स एसोसिएशन की बस, त्योहार के मौके पर हफ्तेभर की छुट्टियां घर पर बिताने के बाद काम पर लौट रहे लोगों को लेकर जा रही थी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार किसी भी लापरवाही से सख्ती से निपटा जाएगा. धामी ने कहा, ”संबंधित विभागों को संबंधित अधिकारियों के निलंबन के आदेश दिए गए हैं. प्रभावित लोगों की मदद की जा रही है. मैं घटना की निगरानी कर रहा हूं.” इससे पहले, सुबह मुख्यमंत्री ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”अल्मोड़ा जिले के मार्चुला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में यात्रियों के हताहत होने का अत्यंत दुखद समाचार प्राप्त हुआ. जिला प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं.” कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि राज्य प्रशासन को पीड़ित परिवारों के लिए त्वरित मुआवजा तथा घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करना चाहिए.
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”उत्तराखंड के अल्मोड़ा में दर्दनाक सड़क हादसे का समाचार बेहद पीड़ादायक है. कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हैं. पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. शासन व प्रशासन से अपील है कि पीड़ितों को त्वरित मुआवजा दिया जाए और घायलों के समुचित इलाज के लिए पूरे बंदोबस्त किए जाएं.” लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भीषण सड़क हादसे में कई लोगों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है. सभी शोक-संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं.” उन्होंने कहा कि प्रशासन से अपेक्षा है कि वह सभी पीड़ित परिवारों को पूरा समर्थन दें. कांग्रेस नेता ने कहा, ”कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे राहत और बचाव कार्य में हरसंभव सहयोग करें.”