आगरा. ताजमहल देखने पहुंचे ईरान के एक प्रोफेसर को मंदिर में नमाज अदा करते देख स्थानीय लोगों ने विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने अपनी गलती मानते हुए माफी मांग ली. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, ईरान के एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर रविवार को अपनी पत्नी और बेटी के साथ ताजमहल देखने आये थे. ताजमहल घूमने के बाद वह बाहर आये और इसी दौरान नमाज का समय हो गया.
पुलिस ने बताया कि ताजमहल के पूर्वी द्वार के पास नमाज अदा करने के लिए उन्हें साफ जगह नहीं दिखी, ऐसे में कुछ ही दूरी पर मंदिर में साफ जगह देखकर प्रोफेसर नमाज अदा करने लगे. उनकी पत्नी और बेटी मंदिर के बाहर खड़ी रहीं. पुलिस ने कहा कि ईरानी पर्यटक को मंदिर में नमाज अदा करता देखकर स्थानीय लोग आ गये और उन्होंने इसका विरोध किया. इस पर प्रोफेसर ने माफी मांग ली.
सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और ईरानी पर्यटक को परिवार सहित सहायक पुलिस आयुक्त (ताज सुरक्षा) के कार्यालय ले गयी. ईरानी पर्यटक ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह नमाज अदा करने के लिए साफ जगह देख रहे थे और उन्हें यह पता नहीं था कि जिस जगह वह नमाज पढ़ रहे हैं, वह मंदिर है. एसीपी (ताज सुरक्षा) सैयद अरीब अहमद ने बताया कि ईरानी प्रोफेसर ने अपनी गलती मान ली और पुलिस ने लिखित माफीनामा लेकर उन्हें छोड़ दिया.