बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया

मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जांच कर रही मुंबई पुलिस ने मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम समेत तीन आरोपियों के खिलाफ ‘लुकआउट सर्कुलर’ (एलओसी) जारी किया है, ताकि उन्हें देश से भागने से रोका जा सके. एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.

एलओसी में नामजद अन्य दो आरोपी ”सह-षड्यंत्रकारी” शुभम लोणकर और हमलावरों का संदिग्ध आका मोहम्मद जीशान अख्तर है.
अधिकारी ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के दलों को देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा गया है.
उन्होंने बताया कि आरोपियों के देश से भागने की आशंका के चलते एलओसी जारी किया गया है. परिपत्र के अनुसार, उन्हें पकड़ने के लिए सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर नजर रखी जा रही है.

महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सिद्दीकी (66) की 12 अक्टूबर की रात मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा में उनके बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने अब तक चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है जिनमें हरियाणा निवासी गुरमैल बलजीत सिंह (23), उत्तर प्रदेश के रहने वाले धर्मराज राजेश कश्यप (19) शामिल हैं. वे दोनों कथित शूटर हैं. गिरफ्तार किये गए दो अन्य व्यक्ति हरीश कुमार बालकराम निषाद (23) और ”सह- षड्यंत्रकारी” एवं शुभम लोणकर का भाई प्रवीण लोणकर हैं. प्रवीण पुणे का रहने वाला है.

अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस की एक टीम महाराष्ट्र के अकोला जिले का भी दौरा करेगी, जहां लोणकर बंधुओं के माता-पिता रहते हैं. पुलिस शुभम लोणकर के ठिकाने के बारे में जानकारी जुटाने के लिए उनसे बात करेगी. यह संदेह है कि शुभम लोणकर ने ही फेसबुक पर पोस्ट किया था कि सिद्दीकी की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का हाथ है.

अधिकारी ने बताया कि हास्य कलाकार और बिग बॉस 17 के विजेता मुनव्वर फारुकी भी बिश्नोई गिरोह की ‘हिट लिस्ट’ में हैं.
पुलिस अधिकारी ने अपनी जांच का हवाला देते हुए कहा कि लोणकर बंधुओं ने निषाद के माध्यम से शूटर को 5 लाख रुपये नकद दिए थे. शुभम पुणे में डेयरी संचालित किया करता है. एक अधिकारी ने बताया कि जनवरी में उसे अकोला जिले में शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसके पास से 10 से अधिक आग्नेयास्त्र बरामद किए गए थे.

पुलिस ने पहले बताया था कि शुभम से पूछताछ में पता चला है कि वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल से संपर्क में था. जमानत मिलने के बाद, शुभम 24 सितंबर को लापता हो गया, जबकि पुलिस उस पर नजर रख रही थी. पुलिस ने पहले सिंह और कश्यप से पूछताछ का हवाला देते हुए कहा था कि गौतम को ”मुख्य शूटर” के रूप में काम पर रखा गया था क्योंकि वह बंदूक चलाना जानता था, जो उसने शादियों में की जाने वाली हर्ष फायरिंग के दौरान सीखा था.

गौतम ने ही कश्यप और सिंह को कुर्ला में किराये के एक मकान में आग्नेयास्त्रों को चलाने का प्रशिक्षण दिया था, जहां उन्होंने खुली जगह का अभाव होने के कारण बिना कारतूस के अभ्यास किया था. उन्होंने लगभग चार सप्ताह तक यूट्यूब वीडियो देखकर हथियार में कारतूस डालना और निकालना सीखा. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पोर्टल की मदद से मकान को पट्टे पर लिया गया था.

इस बीच, सिद्दीकी के बेटे एवं विधायक जीशान सिद्दीकी ने बृहस्पतिवार को फिर से मुंबई पुलिस मुख्यालय का दौरा किया. सूत्रों ने बताया कि उन्होंने मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसालकर से मुलाकात की और अपने पिता की हत्या की जारी जांच पर चर्चा की. उन्होंने घटना से संबंधित कुछ जानकारी भी साझा की.

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