नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने के लिए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बुधवार को बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अन्य सीईसी सदस्यों के अलावा राज्य के प्रमुख भाजपा नेता भी शामिल थे, जिनमें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले उपस्थित थे।
चुनाव समिति ने उन सीटों पर विचार-विमर्श किया, जिन पर भाजपा विधानसभा चुनाव लडऩे की इच्छुक है। भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी लगभग 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और बाकी सीटें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के लिए छोड़ देगी।
इससे पहले बावनकुले ने कहा कि शिंदे को विधानसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे की व्यवस्था के संदर्भ में त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए, जैसा कि भाजपा ने गठबंधन को बरकरार रखने के लिए किया है। बावनकुले ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को खुले विचारों से आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमने भी गठबंधन को बनाए रखने के लिए बलिदान दिया है।
यह स्पष्ट है कि भाजपा का लक्ष्य उन सीटों पर चुनाव लडऩा है जो पहले हमारे पास थीं। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होना है और 23 नवंबर को मतगणना होगी। हरियाणा के विधानसभा चुनावों ने मिथक तोड़ दिया है कि उत्तर भारत में किसी दल की लगातार तीसरी बार सरकार नहीं बन पाती।
प्रदेश में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने जा रही भाजपा अब इस जीत को महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में भुनाने की रणनीति पर है। इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह के बाद राजग शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों-उपमुख्यमंत्रियों और 31 घटक दलों के अध्यक्षों तथा प्रमुख नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
विदित हो कि चुनाव आयोग महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव का शेड्यूल जारी कर चुका है, जबकि अगले साल की शुरुआत में ही दिल्ली में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद आईएनडीआईए में फूट पड़ गई है।
आम आदमी पार्टी जहां दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कोई सीट नहीं देने का संकेत दे चुकी है, वहीं महाराष्ट्र में भी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन को लेकर कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर चुकी है। महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गुरुवार की बैठक अहम मानी जा रही है।
शपथ ग्रहण समारोह के बाद तुरंत बैठकपंचकूला में शपथ ग्रहण समारोह के तुरंत बाद चंडीगढ़ स्थित ललित होटल में दोपहर दो से सात बजे तक राजग के घटक दलों और मुख्यमंत्रियों-उपमुख्यमंत्रियों की बैठक होगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी बैठक का हिस्सा होंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव बुधवार सुबह ही पंचकूला पहुंच गए थे। शाम को एनडीए के तमाम घटक दलों के नेताओं का चंडीगढ़ पहुंचना शुरू हो गया।
बिहार, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, नगालैंड और पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों के लिए होटल हयात में ठहरने की व्यवस्था की गई है। हरियाणा के सभी विधायकों को दो दिन चंडीगढ़ में ही रहने का निर्देश है। मुख्यमंत्री निवास पर विधायकों और मेहमानों के रात्रिभोज में भी एनडीए के घटक दलों की बैठक को लेकर चर्चाएं होती रहीं।