मुंबई. विदेशी कोषों की लगातार निकासी और वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख के बीच बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और वाहन क्षेत्र के शेयरों में बिकवाली का जोर रहने से स्थानीय बाजारों में गिरावट रही. मानक सूचकांक सेंसेक्स 319 अंक टूट गया जबकि निफ्टी 25,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया.
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन गिरावट पर रहा और 318.76 अंक यानी 0.39 प्रतिशत फिसलकर 81,501.36 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 461.86 अंक गिरकर 81,358.26 अंक पर आ गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 86.05 अंक यानी 0.34 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,971.30 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स की कंपनियों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, इन्फोसिस, कोटक महिंद्रा बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, अदाणी पोर्ट्स, टाटा मोटर्स, आईटीसी और टाइटन के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही. दूसरी तरफ एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर लाभ के साथ बंद हुए.
जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनियों की आय कम होने की आशंका के कारण बाजार में नकारात्मक रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार हुआ. इससे प्रीमियम मूल्यांकन की स्थिरता प्रभावित हो सकती है.” नायर ने कहा कि दूसरी तिमाही में आय वृद्धि की रफ्तार सुस्त होने की आशंका है. ऐसा फीकी मांग और कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण हो सकता है.
व्यापक बाजार में बीएसई मिडकैप सूचकांक में 0.10 प्रतिशत की गिरावट आई जबकि स्मॉलकैप में 0.31 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई.
क्षेत्रवार सूचकांकों में आईटी खंड में 1.17 प्रतिशत और वाहन खंड में 0.97 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि दूरसंचार खंड ने 0.91 प्रतिशत और रियल्टी खंड ने 0.64 प्रतिशत की तेजी हासिल की.
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ”बाजार नकारात्मक धारणा के असर में एक दायरे में रहे क्योंकि निवेशकों ने चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली को प्राथमिकता दी. कमजोर वैश्विक संकेतों ने भी बाजार की समग्र कमजोरी को बढ़ाने का काम किया. विदेशी निवेशकों की बिकवाली से भी घरेलू कारोबारी सतर्क हो गए हैं.” शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 1,748.71 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध रूप से बिकवाली की.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए जबकि चीन के शंघाई कम्पोजिट में तेजी दर्ज की गई. दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नकारात्मक दायरे में थे. मंगलवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत बढ़कर 74.32 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. बीएसई सेंसेक्स मंगलवार को 152.93 अंक गिरकर 81,820.12 अंक पर और एनएसई निफ्टी 70.60 अंक कमजोर होकर 25,057.35 अंक पर बंद हुआ था.