चेन्नई. तमिलनाडु के तेलुगु भाषी लोगों पर टिप्पणी करने वाली अभिनेत्री कस्तूरी को रविवार को यहां एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. मद्रास उच्च न्यायालय की मदुरै पीठ द्वारा कुछ दिन पहले उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज किये जाने के बाद चेन्नई पुलिस की एक टीम ने उन्हें 16 नवंबर को हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया था.
हालांकि विवाद के तुरंत बाद अभिनेत्री ने अपनी टिप्पणी वापस ले ली और माफी भी मांग ली, लेकिन इस बीच उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई. चेन्नई पुलिस की एक टीम ने हैदराबाद में एक फिल्म निर्माता के घर से उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उन्हें चेन्नई लाकर यहां एग्मोर में एक मजिस्ट्रेट अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 29 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बाद में उन्हें पुझल केंद्रीय कारागार में रखा गया.
उनके हालिया आरोप ने विवाद को जन्म दे दिया जिसका सार यह था कि सदियों पहले तत्कालीन शासकों की सेवा करने के लिए राज्य में आए कुछ तेलुगु भाषी लोग अब तमिल होने का दावा कर रहे हैं. अभिनेत्री के अनुसार, ऐसे लोग जो एक खास राजनीतिक विचारधारा को मानते हैं, वे भले ही तेलुगु मूल के होने के बावजूद खुद को तमिल बताते हैं, लेकिन तमिल ब्राह्मणों को तमिल नहीं मानते. यही वजह है कि उन्होंने अपनी विचारधारा के लिए ‘द्रविड़’ की पहचान चुनी और ‘तमिल’ नहीं चुन पाए.