ईरानी-अमेरिकी पत्रकार को ईरान में हिरासत में रखा गया: अमेरिका

दुबई. ईरान पर इजराइल के हमले के बाद से बढ़े तनाव के बीच एक ईरानी-अमेरिकी पत्रकार को तेहरान द्वारा हिरासत में रखे जाने की जानकारी मिली है. अमेरिकी प्राधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को पत्रकार रेजा वलीजादेह को हिरासत में रखे जाने की जानकारी दी. यह जानकारी ऐसे समय में मिली जब ईरान द्वारा अमेरिकी दूतावास पर कब्जा किए जाने और लोगों को बंधक बनाए जाने की घटना के 45 साल पूरे हुए हैं.

वलीजादेह ‘रेडियो फर्दा’ के लिए काम करते थे. ‘रेडियो फर्दा’ अमेरिकी सरकार द्वारा वित्त पोषित ‘रेडियो फ्री यूरोप/रेडियो लिबर्टी’ के अंतर्गत एक संस्थान है. वलीजादेह ने फरवरी में सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा था कि उन्हें ईरान वापस लाने के प्रयास के तहत उनके परिवार के सदस्यों को हिरासत में लिया गया.

वलीजादेह ने इसके बाद अगस्त में दो संदेश साझा किए थे जिनसे पता चला कि वह ईरान लौट आए हैं, जबकि ईरान का धर्मतंत्र ‘रेडियो फर्दा’ को शत्रु संस्थान के रूप में देखता है. पिछले कुछ सप्ताह से अटकलें लगाई जा रही हैं कि वलीजादेह को हिरासत में लिया गया है. ईरान में मामलों पर नजर रखने वाली ”ूमन राइट्स एक्टिविस्ट न्यूज एजेंसी’ ने कहा कि इस साल की शुरुआत में देश में आने पर उन्हें हिरासत में लिया गया लेकिन बाद में रिहा कर दिया गया.

एजेंसी ने बताया कि इसके बाद उन्हें फिर से गिरफ्तार किया गया और एविन जेल भेज दिया गया, जहां अब वह ईरान की ‘रिवोल्यूशनरी कोर्ट’ में मुकदमे का सामना कर रहा है, जो नियमित रूप से बंद कमरे में सुनवाई करती है. उसने बताया कि वलीजादेह को 2007 में भी गिरफ्तार किया गया था.

वलीजादेह के बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि उसे ”इस रिपोर्ट की जानकारी है कि अमेरिकी-ईरानी नागरिक को ईरान में गिरफ्तार किया गया है.” विदेश मंत्रालय ने कहा, ”ईरान अमेरिकी नागरिकों और अन्य देशों के नागरिकों को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए अन्यायपूर्ण तरीके से अक्सर कैद करता रहा है. यह चलन क्रूर है और अंतरराष्ट्रीय कानून के विपरीत है.” ईरान ने वलीजादेह को हिरासत में लेने की बात स्वीकार नहीं की है.

इसके अलावा तेहरान को रोकने की कोशिश में लंबी दूरी के ‘बी-52’ बमवर्षकों के पश्चिम एशिया पहुंचने के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल और अमेरिका को ईरान तथा उसके सहयोगियों पर किए जाने वाले हमलों का ‘करारा जवाब’ देने की शनिवार को धमकी दी.

अमेरिकी दूतावास पर 1979 में किए गए कब्जे के दौरान बंधक बनाए गए दर्जनों लोगों को 444 दिनों की कैद के बाद रिहा किया गया था. ईरान 1979 से पश्चिमी देशों से जुड़े कैदियों को दुनिया के अन्य देशों के साथ बातचीत में सौदेबाजी के लिए इस्तेमाल करता रहा है. ईरान में वर्षों से हिरासत में बंद पांच अमेरिकियों को अमेरिकी हिरासत में बंद पांच ईरानियों और दक्षिण कोरिया द्वारा जब्त की गई छह अरब अमेरिकी डॉलर की ईरानी संपत्तियों को छोड़ने के बदले में सितंबर 2023 में रिहा किया गया था. इस बीच, ईरानी सरकारी टेलीविजन ने अमेरिकी दूतावास पर कब्जे के 45 साल पूरे होने के अवसर पर रविवार को देश भर के विभिन्न शहरों में आयोजित कार्यक्रम की फुटेज प्रसारित की.

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