मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महा विकास आघाडी (एमवीए) में कुछ सीट को लेकर गतिरोध जारी रहने के बीच, शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि यदि किसी को ‘सबका साथ, सबका विकास’ की जरूरत है तो वह विपक्षी गठबंधन है।
राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए ‘पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी’ (पीडब्ल्यूपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) जैसे छोटे दलों द्वारा कुछ सीट पर एकतरफा तरीके से उम्मीदवार घोषित करने पर भी नाराजगी जताई। इससे पहले, एमवीए के घटक दलों कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) और शिवसेना (यूबीटी) ने घोषणा की थी कि वे 20 नवंबर को होने वाले चुनाव में 85-85 सीट पर चुनाव लड़ेंगे। बाद में, राउत ने कहा कि एमवीए सहयोगियों के बीच 288 सीट में से 270 पर आम सहमति बन गई है।
सपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख अबू आजमी ने शुक्रवार को कहा था कि अगर एमवीए छोटी पार्टियों के साथ किसी सहमति पर नहीं पहुंच पाता है, तो वे 20-25 सीट पर उम्मीदवार उतारेंगे। सपा ने पहले ही पांच सीट पर उम्मीदवार उतार दिए हैं तथा इसने और सात सीट की मांग की है।
सपा ने धुले शहर सीट से इरशाद जहांगीरदार को प्रत्याशी बनाया है, जहां शिवसेना (यूबीटी) ने अनिल गोटे को मैदान में उतारा है। राउत ने कहा, ‘‘हरियाणा में कांग्रेस सभी सीट पर चुनाव लड़ी, लेकिन सरकार नहीं बना सकी। इसलिए, उन्हें सबको साथ लेकर चलना होगा। अगर किसी को ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे की जरूरत है, तो वह एमवीए ही है।’’
भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के विकास के लिए अक्सर अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करने के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ का हवाला देते हैं। सांगोला और अलीबाग सीट पर, इन पर शिवसेना (यूबीटी) और पीडब्ल्यूपी, दोनों ने दावा किया है। पीडब्ल्यूपी ने इन दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे हैं।
राउत ने कहा, ‘‘अबू आजमी से बातचीत चल रही है। उन्हें अपने दोनों निर्वाचन क्षेत्र मिल जाएंगे, लेकिन उन्होंने अपनी सीट की घोषणा कर दी है। पीडब्ल्यूपी ने अपनी सीट की घोषणा कर दी है। यह सही नहीं है। अगर एमवीए का कोई भी व्यक्ति ऐसा करता है तो लोग परेशान हो जाते हैं। हम अपनी बातचीत जारी रखेंगे।’’
उन्होंने कहा कि राकांपा (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार शनिवार को पीडब्ल्यूपी के साथ सीट बंटवारे पर चर्चा करेंगे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम के अनुसार, नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर है।
मुंबई में लगे पोस्टरों पर राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में ऐसी राजनीति नहीं चलेगी। पोस्टरों पर लिखा है, ‘बंटेंगे तो कटेंगे’, जो विभाजन के विनाशकारी प्रभाव को दर्शाता है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को मतदान होना है और मतगणना 23 नवंबर को होगी।