एडीएम नवीन बाबू की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा: केरल सरकार

तिरुवनंतपुरम. केरल सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि कन्नूर के पूर्व अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) नवीन बाबू की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार गुनहगारों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके परिवार को न्याय मिलेगा. बाबू की आत्महत्या से राज्य में सियासी विवाद उत्पन्न हो गया है. दूसरी ओर विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) ने सरकार पर ‘दोहरा मानदंड’ अपनाने का आरोप लगाया क्योंकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता पीपी दिव्या की अभी तक ना तो गिरफ्तारी की गई हैं और ना ही उनसे पूछताछ हुई है.

बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार संबंधी दिव्या के आरोप कथित तौर पर उनकी आत्महत्या का कारण बने. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीसन ने दावा किया कि हालांकि माकपा और राज्य सरकार मृतक अधिकारी के परिवार के साथ खड़े होने का दावा करती है, लेकिन वे बाबू की मौत के लिए जिम्मेदार दोषियों को बचा रहे हैं. कोच्चि में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर मामले की ठीक से जांच की जाए तो मामला पार्टी मुख्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंच जाएगा. इससे पहले, राज्य के राजस्व मंत्री के राजन ने कहा कि वह बाबू को ईमानदार छवि वाले अधिकारी के रूप में जानते हैं और उनके बारे में कभी कोई शिकायत नहीं मिली.

उन्होंने कहा, ”मैंने शुरू में ही यह स्पष्ट कर दिया था कि वह (बाबू) एक ईमानदार अधिकारी थे और मैं इस बात पर कायम हूं.” राजन ने कहा, ”मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि अपराधी बच नहीं पाएंगे.” एक दिन पहले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस मामले में कहा था कि राज्य में किसी भी अधिकारी को इस तरह का बुरा अनुभव नहीं होना चाहिए. इस बारे में पूछे जाने पर राजन ने कहा कि मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी सरकार के रुख को दर्शाती है.

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने भी इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए कहा कि केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार दोषियों को नहीं बचाएगी और यही बात मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले कही थी. उन्होंने कहा, ”दोषियों को सजा दी जानी चाहिए और उन्हें सजा जरूर दी जाएगी. यही एलडीएफ का विचार है. इसलिए इंतजार करें और देखें.” इस बीच, केरल महिला आयोग की अध्यक्ष पी. सतीदेवी ने दिन में बाबू के परिवार से मुलाकात की. इसके बाद, उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि मामले की जांच जारी है और परिवार को न्याय मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस मामले में कोई शिकायत नहीं मिली है.

जिलाधिकारी कार्यालय में 14 अक्टूबर को बाबू के विदाई समारोह के दौरान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता पी पी दिव्या ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसके कुछ घंटों बाद ही एडीएम ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. इसके बाद दक्षिणी राज्य में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया. बाबू की मौत पर बढ़ते विवाद के बीच, पार्टी ने दिव्या को कन्नूर जिला पंचायत अध्यक्ष पद से हटा दिया.

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