श्रीनगर. नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता आगा रूहुल्ला मेहदी ने कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर विधानसभा अनुच्छेद 370 को बहाल करने के लिए अपने पहले ही सत्र में प्रस्ताव पारित करेगी. श्रीनगर से लोकसभा सदस्य मेहदी ने ‘एक्स स्पेस’ पर बातचीत में कहा, ”मुझे उम्मीद है कि यह (अनुच्छेद 370 की बहाली पर प्रस्ताव) पहला काम होगा. अगर पहला काम नहीं भी हुआ तो मुझे उम्मीद है कि प्रस्ताव (विधानसभा के) पहले सत्र में पारित हो जाएगा.”
उन्होंने कहा, ”मैंने इसके लिए खुद को प्रतिबद्ध किया है और मुझे पूरा विश्वास है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस भी इसके लिए प्रतिबद्ध है.” मेहदी ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इस मुद्दे पर नेकां के रुख को लेकर चिंता करने की जरूरत है. उन्होंने कहा, ”मुझे ऐसा कोई संकेत नहीं दिखता. चुनाव से पहले और इसके बाद (पार्टी के नेताओं के साथ) मेरी जो बातचीत हुई है उससे जाहिर होता है कि चिंता का कोई कारण नहीं है.” कश्मीरी पंडितों की घाटी में वापसी के मुद्दे पर सांसद ने कहा कि इसे सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक स्तर पर पहल की जानी चाहिए.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने बृहस्पतिवार को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें केंद्र से जम्मू कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने का आग्रह किया गया. शनिवार को उपराज्यपाल ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी और अब इसे केंद्र सरकार के पास भेजा जाएगा.
जम्मू-कश्मीर के नवनिर्वाचित विधायक सोमवार को श्रीनगर में शपथ लेंगे
जम्मू-कश्मीर के नवनिर्वाचित विधायकों को सोमवार को यहां विधानसभा में सदस्यता की शपथ दिलाई जाएगी. अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) मुबारक गुल विधायकों को शपथ दिलाएंगे, जिनमें 51 पहली बार विधायक बने हैं. शपथ ग्रहण समारोह अपराह्न दो बजे होगा. हाल में हुए विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने सबसे ज्यादा सीट जीती हैं.
जम्मू-कश्मीर की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कांग्रेस के बाहरी समर्थन से सरकार बनाई है. कांग्रेस के छह विधायक हैं. पांच निर्दलीय विधायकों, आम आदमी पार्टी (आप) के एक विधायक और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भी सरकार को अपना समर्थन दिया है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 29 सीट जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही है. किश्तवाड़ से भाजपा की विधायक शगुन परिहार (29 वर्ष) सबसे युवा विधायक हैं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता और चरार-ए-शरीफ से विधायक अब्दुल रहीम राठेर 80 वर्ष की आयु के सबसे बुजुर्ग विधायक हैं.