शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स 495 अंक टूटकर दो माह के निचले स्तर पर

मुंबई. विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने और कुछ प्रमुख कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट रही. बीएसई सेंसेक्स 495 अंक लुढ़कते हुए दो महीनों के निचले स्तर पर बंद हुआ जबकि एनएसई निफ्टी ने 221 अंक का गोता लगाया. विश्लेषकों ने कहा कि चुनिंदा बैंक, वाहन और रियल्टी कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली ने बाजार की धारणा को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया.

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक सेंसेक्स 494.75 अंक यानी 0.61 प्रतिशत गिरकर 81,006.61 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 595.72 अंक तक फिसलकर 80,905.64 अंक पर आ गया था. सेंसेक्स में चौतरफा गिरावट रही और इसके 30 में से 21 शेयर नुकसान के साथ बंद हुए. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी 221.45 अंक यानी 0.89 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,749.85 पर बंद हुआ.

सेंसेक्स की कंपनियों में नेस्ले में तीन प्रतिशत से भी अधिक की गिरावट आई. दैनिक उपभोग के सामान (एफएमसीजी) बनाने वाली नेस्ले का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 0.94 प्रतिशत की गिरावट के साथ 899.49 करोड़ रुपये रहने से इसके शेयरों में जबर्दस्त बिकवाली देखी गई. इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व, टाइटन, मारुति सुजुकी, एक्सिस बैंक और टाटा स्टील के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए. दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में तेजी रही.

जियोजीत फाइनेंशियल र्सिवसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”वाहन, रियल्टी, टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद और वित्त क्षेत्रों में चौतरफा बिकवाली होने से घरेलू बाजार को खासी गिरावट का सामना करना पड़ा. त्योहारी मौसम में बिक्री कमजोर रहने के अनुमान, एनपीए बढ़ने और ऋण वृद्धि सुस्त रहने से बिकवाली का जोर रहा. दूसरी तिमाही में कमजोर नतीजे भी बाजार धारणा को प्रभावित कर रहे हैं.” व्यापक बाजार में मिडकैप सूचकांक में 1.65 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई जबकि स्मॉलकैप 1.42 प्रतिशत के नुकसान में रहा.

क्षेत्रवार सूचकांकों में रियल्टी खंड में 3.76 प्रतिशत और वाहन खंड में 3.48 प्रतिशत की बड़ी गिरावट रही. टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद खंड में 2.28 प्रतिशत और जिंस खंड में भी 1.77 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. सिर्फ आईटी और प्रौद्योगिकी खंड ही बढ़त में रहे.
प्रमुख दोपहिया वाहन विनिर्माता बजाज ऑटो के शेयरों में शुरू से ही भारी बिकवाली शुरू हो गई जिससे धारणा पर असर पड़.ा.

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, ”प्रमुख बैंकों के शेयरों के भी दबाव में आने से स्थिति बिगड़ती चली गई. हालांकि, आईटी क्षेत्र के जुझारूपन ने हालात को कुछ हद तक थामने में मदद की.” शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजार से निकासी जारी रखी है. उन्होंने बुधवार को 3,435.94 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की.

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुए. यूरोप के बाजार दोपहर के कारोबार में बढ़त में थे. बुधवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए थे.
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत चढ़कर 74.42 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. सेंसेक्स बुधवार को 318.76 अंक गिरकर 81,501.36 अंक पर और निफ्टी 86.05 अंक के नुकसान के साथ 24,971.30 अंक पर बंद हुआ था.

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