क्या गारंटी है कि अगर प्रियंका गांधी जीतती हैं तो वह वायनाड में ही रहेंगी?

वायनाड: केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के उम्मीदवार सत्यन मोकेरी ने अपनी प्रतिद्वंद्वी एवं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाद्रा पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या वह यहां से जीतने के बाद निर्वाचन क्षेत्र में मौजूद रहेंगी।

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने दो दिन पहले ही पार्टी के वरिष्ठ नेता मोकेरी की उम्मीदवारी की घोषणा की थी। उन्होंने 2014 में वायनाड से चुनाव लड़ा था, हालांकि वह तत्कालीन कांग्रेस उम्मीदवार एम आई शानवास से वोटों के बहुत कम अंतर से हार गए थे।

मोकेरी ने वायनाड में अपने चुनाव-प्रचार के दौरान सवाल किया कि क्या इसकी कोई गारंटी है कि जीत के बाद प्रियंका गांधी इस पहाड़ी जिले में ही रहेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी को देखिए वह जीते और फिर चले गए। वह कितने दिन यहां रहे? जो लोग इस तरह चुनाव लड़ने आते हैं और फिर चले जाते हैं वह क्षेत्र के लोगों का न तो विकास कर सकते हैं, न ही अन्य समस्याओं का समाधान।’’

मोकेरी ने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के पास इस बात का कोई जवाब नहीं है कि वे यहां चुनाव क्यों लड़ रहे हैं, जहां लोकतांत्रिक और वामपंथी ताकतें मजबूत हैं जबकि फासीवादी समूह कमजोर है।

कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को वायनाड से उम्मीदवार बनाया है और उन्होंने अभी तक अपना चुनाव-प्रचार अभियान शुरू नहीं किया है। कोझिकोड जिले के नादापुरम निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक मोकेरी कृषि क्षेत्र के मुद्दों पर किए गए अपने काम के लिए जाने जाते हैं।

देश में इस साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायबरेली और वायनाड सीट से चुनाव लड़ा था तथा रायबरेली से जीतने के बाद उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला किया था, इसलिए इस संसदीय क्षेत्र पर उपचुनाव कराना आवश्यक हो गया है। निर्वाचन आयोग ने वायनाड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पर 13 नवंबर को उपचुनाव कराने का फैसला किया है।

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