खुफिया सेवा सियोल: दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसियों ने पता लगाया है कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की सहायता के लिए उत्तर कोरिया ने अपने 12,000 सैनिक भेजे हैं। इनमें विशेष अभियानों को अंजाम देने में सक्षम टुकड़ी भी शामिल हैं। योनहाप समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को अपनी खबर में यह जानकारी दी।
योनहाप ने राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) के हवाले से बताया कि उत्तर कोरियाई सैनिक रूस की सहायता के लिए पहले ही रवाना हो चुके हैं।
एनआईएस ने खबर की तत्काल पुष्टि नहीं की। हालांकि, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति यून सूक येओल ने यूक्रेन के खिलाफ रूस की सहायता के लिए उत्तर कोरिया द्वारा सेना भेजे जाने के मुद्दे पर चर्चा के लिए एक आपातकालीन बैठक की अध्यक्षता की।
इस बारे में एक बयान में कहा गया कि बैठक में शामिल अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरिया द्वारा सैनिकों को भेजा जाना दक्षिण कोरिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए गंभीर सुरक्षा खतरा है। राष्ट्रपति कार्यालय ने इस बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी कि कब और कितने उत्तर कोरियाई सैनिकों को यूक्रेन भेजा गया है तथा उनसे क्या भूमिका निभाने की अपेक्षा की गई है।
यूक्रेनी मीडिया ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि आंशिक रूप से कब्जे वाले पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र में तीन अक्टूबर को यूक्रेन के मिसाइल हमले में मारे गए लोगों में छह उत्तर कोरियाई भी शामिल थे।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने नाटो मुख्यालय में बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार के पास खुफिया जानकारी है कि उत्तर कोरिया के 10,000 सैनिकों को उनके देश के खिलाफ लड़ रही रूसी सेना की मदद के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि युद्ध में किसी तीसरे देश के शामिल होने से संघर्ष ‘‘विश्वयुद्ध’’ में बदल सकता है।
इस बीच, नाटो महासचिव मार्क रटे ने कहा कि उसके पास इस बारे में ‘‘कोई सबूत नहीं है कि उत्तर कोरियाई सैनिक लड़ाई में शामिल हैं। लेकिन हम जानते हैं कि उत्तर कोरिया युद्ध में रूस का समर्थन करने के लिए हथियारों की आपूर्ति, तकनीकी आपूर्ति जैसे कई तरीकों से उसकी सहायता कर रहा है। यह बेहद ंिचताजनक है।’’