काठमांडू. कप्तान आशालता देवी पाकिस्तान के खिलाफ गुरुवार को यहां सैफ चैंपियनशिप के शुरुआती मैच के लिए मैदान पर उतरेगी तो 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली पहली भारतीय महिला फुटबॉलर बन जाएंगी. मणिपुर की 31 साल कि इस खिलाड़ी ने मार्च 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में ओलंपिक पूर्व टूर्नामेंट में भारत के लिए पदार्पण किया. तब से इस स्टार डिफेंडर ने एक लंबा सफर तय किया है.
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने यहां जारी बयान में कहा, ” मार्च 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में ओलंपिक पूर्व मुकाबले में जब उन्होंने पहली बार भारतीय शर्ट पहनी थी, तो बहुत कम लोगों ने सोचा होगा कि आशालता देवी भारतीय महिला फुटबॉल में इस तरह का मुकाम हासिल करेंगी.” आशालता को 2008 में भारत की अंडर-17 टीम के लिए बुलाया गया था जब वह 15 साल की थीं.
इम्फाल में जन्मी इस खिलाड़ी ने 13 साल की उम्र में फुटबॉल खेलना शुरू किया. वह शुरुआत में भारतीय रेलवे फुटबॉल टीम में थी और 2015 में मालदीव के न्यू रेडियंट महिला फुटबॉल क्लब में शामिल हुईं. उन्होंने इसके बाद भारत में इंडियन वुमेन लीग में राइजिंग स्टूडेंट क्लब (कटक), केआरवाईपीएचएसए (इम्फाल), सेतु (मदुरै) और गोकुलम केरल का प्रतिनिधित्व किया. वह फिलहाल ईस्ट बंगाल के साथ हैं.
आशालता ने यहां पहुंचने के बाद कहा, ”मैं उत्साहित और खुश हूं कि मैं पाकिस्तान के खिलाफ अपना 100वां मैच खेलूंगी. हमारा ध्यान हालांकि सभी मैचों को जीतकर ट्रॉफी को घर वापस ले जाने पर होगा. नेपाल आने का यही मुख्य सपना और मकसद है.” उन्होंने कहा, ” मैं चैंपियनशिप के सभी मैचों का इंतजार कर रही हूं क्योंकि यह हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है. हमें पिछले सैफ में पहले ही झटका लग चुका है, लेकिन इस बार यह अलग होगा.” भारत 2022 सत्र में खिताब का बचाव करने में विफल रहा था.