इस्लामाबाद. चीन के प्रधानमंत्री ली क्वींग ने मंगलवार को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने अर्थव्यवस्था, निवेश और क्षेत्रीय संपर्क सहित विभिन्न क्षेत्रों में रणनीतिक सहयोग को और गहरा करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
सरकारी रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक चार दिवसीय यात्रा पर सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे ली ने राष्ट्रपति आवास पर राष्ट्रपति जरदारी से मुलाकात की जहां दोनों पक्षों ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि अपने सदाबहार साझेदार के साथ पाकिस्तान की दोस्ती देश की विदेश नीति की आधारशिला बनी हुई है, उन्होंने सहयोग के लिए नए रास्ते तलाशने के महत्व पर जोर दिया क्योंकि द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार के लिए बहुत अधिक गुंजाइश है.
उन्होंने व्यापार और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए हर मौसम के अनुकूल सड़क नेटवर्क के माध्यम से संपर्क बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित किया. जरदारी ने कहा कि चीनी कंपनियों को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज में निवेश करके पाकिस्तान में निवेश के अवसरों का लाभ उठाना चाहिए.
जरदारी ने कहा, ”चीन की आर्थिक वृद्धि का पूरी तरह से लाभ उठाने का समय आ गया है, खासकर सीपीईसी और ग्वादर बंदरगाह के कारण उपलब्ध अवसरों के माध्यम से.” पाकिस्तान ने राष्ट्रपति ने कहा कि वह नवंबर में चीन का दौरा करेंगे और पुराने दोस्तों के साथ फिर से जुड़ने और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए चर्चा में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं.
जरदारी ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को मिल रहे चीन के समर्थन की सराहना की और ‘वन-चाइना’ नीति, ताइवान, तिब्बत, हांगकांग, शिनजियांग और दक्षिण चीन सागर सहित सभी प्रमुख मुद्दों पर चीन के प्रति पाकिस्तान के समर्थन को दोहराया.
प्रधानमंत्री ली ने सभी प्रमुख मुद्दों पर चीन को दृढ़ समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की सराहना की और कहा कि चीन पाकिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और समृद्धि का समर्थन करना जारी रखेगा.
चीनी प्रधानमंत्री ने सोमवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ बातचीत की और दोनों पक्ष अपने सहयोग को और बढ़ाने पर सहमत हुए. माना जाता है कि ली की पाकिस्तान यात्रा 11 वर्षों में किसी चीनी प्रधानमंत्री की पहली यात्रा है, इसके पहले मई 2013 में चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने पाकिस्तान की यात्रा की थी.