नयी दिल्ली. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा केरल के वायनाड लोकसभा क्षेत्र के लिए होने वाले उपचुनाव से पार्टी उम्मीदवार के तौर पर अपनी चुनावी पारी का आगाज करेंगी. कांग्रेस ने वायनाड और केरल की दो विधानसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की जिनमें प्रियंका गांधी का नाम शामिल है. हालांकि पार्टी ने जून में ही इसका ऐलान कर दिया था कि वह राहुल गांधी के इस्तीफे से खाली हुई वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगी.
वायनाड से निर्वाचित होने पर वह पहली बार किसी सदन की सदस्य बनेंगी. वह 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में उतरी थीं. उसके बाद से वह पार्टी महासचिव की जिम्मेदारी निभा रही हैं. निर्वाचन आयोग द्वारा वायनाड लोकसभा उपचुनाव की घोषणा के तुरंत बाद कांग्रेस ने प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी वाली सूची जारी की. केरल की चेलक्कारा विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव में पूर्व सांसद राम्या हरिदास तथा पालक्कड़ से राहुल ममकूटाथिल को टिकट दिया गया है.
लोकसभा चुनाव के कुछ दिनों बाद, जून में कांग्रेस ने घोषणा की थी कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में रायबरेली संसदीय क्षेत्र रखेंगे और केरल की वायनाड सीट खाली कर देंगे, जहां से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनावी पारी की शुरुआत करेंगी. निर्वाचित होने पर प्रियंका गांधी पहली बार सांसद बनेंगी तथा यह भी पहली बार होगा कि गांधी परिवार के तीन सदस्य – सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका एक साथ संसद में होंगे.
निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को वायनाड और नांदेड़ लोकसभा सीटों के साथ-साथ 48 विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव की घोषणा की.
वायनाड संसदीय सीट और 47 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव 13 नवंबर को झारखंड विधानसभा के पहले चरण के मतदान के साथ होगा.
प्रियंका गांधी को अतीत में वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए संभावित चुनौती के रूप में और परिवार के गढ़ रायबरेली में कांग्रेस की दिग्गज नेता सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी के रूप में पेश किया गया था. हालांकि, कांग्रेस ने उन्हें वायनाड से मैदान में उतारने का फैसला किया है, जिस संसदीय सीट से उनके भाई राहुल लगातार दो चुनावों में जीते थे. प्रियंका गांधी पहले उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी थीं. इस लोकसभा चुनाव में उन्होंने रायबरेली और अमेठी में कांग्रेस की जीत में प्रमुख भूमिका निभाई.